महराजगंज।छठ पूजा सूर्य देव और उनकी बहन छठी मैया की पूजा का पर्व है, जो कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है और इसे पारिवारिक सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और संतान प्राप्ति की कामना के लिए किया जाता है।
छठ पूजा क्यों मनाई जाती है?
धार्मिक कथा: एक कथा के अनुसार, पांडवों की पत्नी द्रौपदी ने राजपाट वापस पाने के लिए यह व्रत किया था, जिसके बाद उन्हें अपना साम्राज्य वापस मिल गया।
धार्मिक कथा: एक अन्य कथा के अनुसार, देव माता अदिति ने पुत्र प्राप्ति के लिए छठी मैया की तपस्या की थी, जिससे उन्हें तेजस्वी पुत्र की प्राप्ति हुई थी। बाद में उनके पुत्र आदित्य भगवान ने देवताओं का असुरों पर विजय दिलाने में नेतृत्व किया।
अन्य मान्यताओं: यह पर्व सूर्यदेव की कृपा प्राप्त करने, परिवार में सुख-समृद्धि लाने और बच्चों के कल्याण के लिए भी किया जाता है।
*सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व:* यह पर्व सामाजिक एकता और भाईचारे को बढ़ावा देता है, क्योंकि लोग एक साथ मिलकर इस पर्व को मनाते हैं।
छठ पूजा कब मनाई जाती है?
समय: छठ पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है। यह आमतौर पर दिवाली के छह दिन बाद आती है।
अवधि: यह चार दिनों का पर्व होता है, जो कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी (नहाय खाय) से शुरू होकर सप्तमी (उगते सूर्य को अर्घ्य) तक चलता है।
छठ पूजा के मुख्य अनुष्ठान
नहाय खाय: इस दिन भक्त पवित्र नदियों में स्नान कर उपवास शुरू करते हैं।
खरना:
यह व्रत का दूसरा दिन है, जब भक्त केवल एक बार भोजन करते हैं।
शाम का अर्घ्य:
शाम को सूर्य देव को नदी के किनारे जाकर अर्घ्य दिया जाता है।
सुबह का अर्घ्य:
अगले दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, जिसके बाद पर्व का समापन होता है।
छठ पूजा सूर्य देव और उनकी बहन छठी मईया की पूजा का पर्व है कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को मनाई जाती है
Published On:
इसे भी पढ़ें
मुन्ना अंसारी
नमस्कार, मेरा नाम मुन्ना अंसारी है। मैं mrjnews.in पर उत्तर प्रदेश से जुड़ी घटनाओं और महत्वपूर्ण खबरों को निष्पक्ष और सटीक तरीके से प्रस्तुत करता हूँ। मेरी लेखनी में तथ्यात्मक पुष्टि और गहन अनुसंधान का विशेष ध्यान रहता है। अगर किसी खबर में कोई त्रुटि हो, तो कृपया WhatsApp नंबर 9919583418 या 7754835841 पर संपर्क करें।
For Feedback - ask.mrjnews.in@gmail.com


















