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उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाली संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता

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उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाली संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियागिता से जुड़े रहे होंगें।
यह सूचना आप अपने अभिभावकों, शिक्षकों तथा अन्य परिचितों को दे सकते हैं।

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संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले तथा मंडल में होता है। यहाँ विद्यालयों छात्रों तथा सामान्य नागरिकों तक प्रतियोगिता की सूचना देने और छात्रों को प्रोत्साहित कर प्रतिभाग कराने के लिए संयोजक तथा निर्णायक नामित किए जाते हैं।

सफल संयोजक तथा निर्णायक वे होते हैं, जो प्रतिभागियों को केवल आवेदन ही नहीं कराते अपितु उन्हें प्रतियोगिता की तैयारी में भी मदद करते हैं।

संयोजक तथा निर्णायक को मानदेय दिया जाता है। विद्यालय को प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए भी धनराशि दी जाती है। प्रतियोगिता में सक्रिय सहयोग देने वाले का हम स्वागत करते हैं।

इसके तहत आयोजित होने वाली मंडल स्तर से आरंभ होने वाली 2 प्रतियोगिता तथा राज्यस्तरीय 6 प्रतियोगिता में प्रवेश के लिए प्रतिभागियों की ऑनलाइन अर्हता परीक्षा ली जाती है।
इस अर्हता परीक्षा तथा जनपद, मंडल तथा राज्यस्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए संयोजक, आयोजक तथा निर्णायक की आवश्यकता होती है।

आपके कोई परिचित अथवा शिक्षक जो संस्कृत के लिए सक्रिय रूप से काम करने को इच्छुक हों, उन्हें यह सूचना देकर प्रतियोगिता से जोड़ने का प्रयत्न कीजिए । हमें युवा छात्र से आशा है।

यदि कोई विद्यालय अपने यहां प्रतियोगिता कराना चाहते हों, उनका भी स्वागत है। ऐसे सभी लोग संस्कृत प्रतिभा खोज की वेबपोर्टल पर जाकर अपनी भूमिका सहित पूरा विवरण पूरित कर दें ।

याद रहे संस्कृत प्रतिभा खोज का अधिकांश कार्य डिजिटल होता है अतः जो लोग ऑनलाइन काम करने में दक्ष होते हैं, उनको वरीयता दी जाती है।

संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियागिता से जुड़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
संस्कृत प्रतिभा खोज – 2025 ✨🎓
🔗 वेबसाइट: https://upsanskritpratibhakhoj.com

संपर्क करे 8112784698/94525 69717
📢 संस्कृत की सबसे बड़ी प्रतियोगिता!

🎯 प्रतियोगिता का उद्देश्य:
📌 संस्कृत का प्रचार-प्रसार, संवर्द्धन एवं संरक्षण
📌 छात्रों में संस्कृत के प्रति अनुराग जागृत करना
📌 छात्रों की अन्तर्निहित शक्तियों का सर्वांगीण विकास

📅 महत्वपूर्ण तिथियाँ (पंजीकरण एवं आवेदन):
🖊️ कक्षा 6-12: 15 अप्रैल से 20 मई 2025
🖊️ स्नातक/स्नातकोत्तर: 01 जुलाई से 02 अगस्त 2025

📅 अर्हता परीक्षा एवं प्रतियोगिता:
🏅 जनपद स्तर: 05 जुलाई से 31 जुलाई 2025
💻 ऑनलाइन अर्हता परीक्षा (प्रथम चक्र): 20 जुलाई से 31 जुलाई 2025
🏅 मंडल स्तर: 05 अगस्त से 13 अगस्त 2025
💻 ऑनलाइन अर्हता परीक्षा (द्वितीय चक्र): 10 सितम्बर से 20 सितम्बर 2025
🏆 राज्यस्तरीय प्रतियोगिता (प्रथम): 07 अक्टूबर 2025
🏆 राज्यस्तरीय प्रतियोगिता (द्वितीय): 05 नवम्बर 2025

📌 प्रतियोगिताएँ एवं वर्गीकरण:
🔶 वर्ग – “क” (कक्षा 6 से 12 तक):
1️⃣ संस्कृत गीत प्रतियोगिता
2️⃣ संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता (बाल वर्ग)
3️⃣ श्लोकान्त्याक्षरी प्रतियोगिता
4️⃣ अष्टाध्यायी कंठस्थ पाठ
5️⃣ अमरकोश कंठस्थ पाठ
6️⃣ लघुसिद्धान्तकौमुदी कंठस्थ पाठ
7️⃣ तर्कसंग्रह कंठस्थ पाठ

🔷 वर्ग – “ख” (स्नातक/स्नातकोत्तर):
8️⃣ संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता (युवा वर्ग)
9️⃣ संस्कृत भाषण प्रतियोगिता
🔟 श्रुतलेखन प्रतियोगिता
💰 पुरस्कार
🏅 जनपद स्तर: ₹1000 तक
🏅 मंडल स्तर: ₹3000 तक
🏅 राज्य स्तर: ₹11000 तक
🏵️ पुरस्कार और विशेषताएँ:
✔️ सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र।
✔️ जनपद, मंडल तथा राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागियों को पुरस्कार।
✔️ मंडल तथा राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए यात्रा व्यय, भोजन तथा आवास की सुविधा।
✔️ श्लोकान्त्याक्षरी तथा कंठस्थपाठ के चयनित 100 प्रतिभागियों को राज्य स्तर पर ₹5000 की प्रोत्साहन वृत्ति।
✔️ अन्य योग्य प्रतिभागियों को 5-दिवसीय आवासीय संस्कृत कार्यशाला में नि:शुल्क प्रवेश।
✔️ जनपद, मंडल एवं राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएँ

#संस्कृतप्रतिभाखोज की प्रतियोगिता (मौखिकी) के लिए दिनांक 15 अप्रैल 2025 से आवेदन आरंभ हो रहा है । प्रतियोगिता के माध्यम से अपने ज्ञान को बढ़ायें । पुरस्कार जीतें और संस्कृत पढ़ने पर गर्व का अनुभव करें-
📘 संस्कृत की भाषिक विशेषताएँ
(Linguistic Features of Sanskrit)
✅ 1. संस्कृत एक परिष्कृत भाषा है (Highly Structured Language):
संस्कृत में व्याकरणिक नियम अत्यंत स्पष्ट और व्यवस्थित हैं।
पाणिनि का अष्टाध्यायी व्याकरण इसे सबसे वैज्ञानिक बनाता है।

✅ 2. संस्कृत एक सुसंस्कृत (Refined) भाषा है:
यह “संस्कृता” अर्थात् “शुद्ध की गई” भाषा है।
ध्वनियों का शुद्ध उच्चारण, संधि-सामर्थ्य और उपसर्ग-प्रत्यय व्यवस्था इसे विशिष्ट बनाते हैं।

✅ 3. संस्कृत लिपि – देवनागरी (Script):
संस्कृत मूलतः ध्वनि पर आधारित है और इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है।
इसकी लिपि स्वर-वर्णों और व्यंजन-वर्णों में स्पष्ट रूप से विभक्त है।

✅ 4. संस्कृत एक विभक्ति प्रधान भाषा है (Inflectional Language):
इसमें 6 विभक्तियाँ हैं जो संज्ञाओं/सर्वनामों का व्याकरणिक संबंध दर्शाती हैं।
विभक्ति और लिंग के अनुसार शब्दरूप परिवर्तित होते हैं।

✅ 5. संस्कृत लिंग, वचन, पुरुष के अनुसार अनुकूलन (Agreement System):
संज्ञा-क्रिया में लिंग, वचन और पुरुष का अनुकूलन (concord) होता है।
जैसे: रामः पठति, रामौ पठतः, रामाः पठन्ति

✅ 6. संस्कृत की समासीय प्रवृत्ति (Tendency of Compound Formation):
संस्कृत में बहुल समास होते हैं, जिससे बड़े अर्थ को एक शब्द में व्यक्त किया जाता है।
उदाहरण: “राजर्षि”, “अहिंसापरमो धर्मः” आदि।

✅ 7. संस्कृत का मूलधातु पर आधारित होना (Root-based System):
संस्कृत में शब्द धातुओं से उत्पन्न होते हैं, जो एक वैज्ञानिक शब्द-निर्माण पद्धति है।
जैसे: √गम् + लट् = गच्छति

✅ 8. उच्चारण की स्पष्टता और विज्ञान:
वर्णमाला का वर्गीकरण (कण्ठ्य, तालव्य, मूर्धन्य, दन्त्य, ओष्ठ्य) शुद्ध वैज्ञानिक है।
प्रत्येक ध्वनि का उच्चारण स्थान और विधि निश्चित है।

✅ 9. संस्कृत का साहित्यिक वैभव (Rich Literary Heritage):
संस्कृत में चारों वेद, उपनिषद, रामायण, महाभारत, अनेकों शास्त्र और काव्य हैं।
धर्म, दर्शन, विज्ञान, गणित आदि सभी क्षेत्रों में संस्कृत की समृद्ध सामग्री है।

✅ 10. संस्कृत की वैश्विक मान्यता (Universality):
यह भाषा भारत की ही नहीं, विश्व की प्राचीनतम वैज्ञानिक भाषाओं में से एक मानी जाती है।
कम्प्यूटर भाषा के रूप में भी संस्कृत को उपयुक्त माना गया है।
.: संस्कृत प्रतिभा खोज इसलिए करायी जाती है ताकि छात्रों में संस्कृत के प्रति अभिरूचि जागृत हो। अनेकानेक छात्र संस्कृत विषय लेकर उच्चतर अध्ययन करें। इसके लिए अनेक तरह के प्रयत्न किए जा रहे हैं। संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन वृत्ति उसमें से एक है।
जबकि हम आपसे आशा करते हैं कि आप अपने अन्य मित्रों/छात्रों को भी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
🎖 संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन वृत्ति के लिए प्रेरक विद्यार्थी बनने का सुनहरा अवसर 🎖

🎉 प्रेरक विद्यार्थियों को विशेष सम्मान दिया जाएगा!

✅ यदि आपको कोई त्रुटि दिखे, तो Chrome ब्राउज़र को Incognito Mode में खोलें।
✅ प्रतियोगिता के लिए आवेदन 15 अप्रैल 2025 से आरंभ होने की संभावना है।

✅ प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित छात्रों को मार्गव्यय तथा पुरस्कार राशि दी जाती है। निःशुल्क आवासीय कार्यशाला में प्रवेश दिया जाएगा।

📢 इस जानकारी को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थियों तक सूचना पहुँच सके! 🎯
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान की नई पहल

संस्कृत माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाले कुछ मेधावी छात्र पैसे की कमी के कारण पढ़ाई छोड़ कमाई में लग जाते हैं। यह उनकी विवशता है। कई पढ़ना चाहते हैं पर पैसे की कमी के कारण पढ़ाई छोड़ देते हैं । उनको कोई ऐसा उपाय नजर नहीं आता कि वे क्या करें?

इन स्थितियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान ने संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन वृत्ति योजना आरंभ किया है ताकि उनकी समस्या सुलझायी जा सके।

बच्चों के माता पिता तथा गुरुजनों को इस तरह की योजना के बारे में जानकारी नहीं होती है। जो थोड़ा बहुत जानते भी हैं वे यह नहीं जानते कि इसका लाभ कैसे लिया जा सकता है?

योजना का लाभ लेना बिल्कुल आसान है। इसके लिए किसी तरह का खर्च भी नहीं करना पड़ता है।

🏆 ऐसे बच्चे को श्लोकान्त्याक्षरी, अष्टाध्यायी, अमरकोश, लघुसिद्धांतकौमुदी या तर्कसंग्रह प्रतियोगिता के लिए संस्कृत प्रतिभा खोज वेबपोर्टल पर आवेदन करने का रास्ता बता दें🎯

कई बार जानकारी के अभाव में अथवा अज्ञात भय से छात्र आवेदन नहीं करते हैं। जो छात्र इस प्रक्रिया से गुजर चुके हैं, वे दूसरे के लिए मददगार हो सकते हैं। मुझे आशा है कि आपके सहयोग से इस साल हम 100 छात्रों को रूपये 5000 का संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन वृत्ति देने में सफल होंगें।
संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन वृत्ति योजना के बारे में:

उद्देश्य:
संस्कृत भाषा और साहित्य के अध्ययन को प्रोत्साहित करना और संस्कृत में रुचि रखने वाले छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना।

संस्थान:
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान. लखनऊ

प्रोत्साहन वृत्ति:
इस योजना के तहत, संस्थान द्वारा 100 छात्रों को ₹5000 की छात्रवृत्ति प्रदान किया जाता है।

पात्रता:
कक्षा 6 से 12 तक के छात्र.

प्रोत्साहन:
संस्कृत श्लोकों को याद करना और सस्वर वाचन। श्लोकान्त्याक्षरी।
अष्टाध्यायी, अमरकोश, लघुसिद्धांतकौमुदी या तर्कसंग्रह को समझना और याद कर प्रयोग करना।
संस्कृत में बोलने की क्षमता विकसित करना।

संस्कृत का महत्व:
संस्कृत, भारत को एकता के सूत्र में बाँधती है.
संस्कृत साहित्य ज्ञान-विज्ञान और साहित्य का खजाना है.
इसके अध्ययन से ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में प्रगति को बढ़ावा मिलेगा।

आप भी संस्कृत प्रतिभा खोज में आवेदन कर संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन वृत्ति पा सकते हैं

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News Desk

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