सीतापुर में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेन्द्र वाजपेयी की निर्मम हत्या से पूरे पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। इस घटना के विरोध में और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए परतावल ब्लॉक में दर्जनों पत्रकारों ने एकजुट होकर शोक संवेदना व्यक्त की और दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की राघवेन्द्र वाजपेयी की हत्या ने न केवल उनके परिवार को बल्कि पूरे पत्रकार समुदाय को झकझोर कर रख दिया है।
उनकी हत्या की खबर फैलते ही पत्रकारों में आक्रोश और दुख की लहर दौड़ गई। पत्रकारों ने इस घटना को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बताया और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग कीपरतावल ब्लॉक में आयोजित शोक संवेदना सभा में बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए। सभी ने राघवेन्द्र वाजपेयी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पत्रकारों ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।इस अवसर पर पत्रकारों ने कहा कि राघवेन्द्र वाजपेयी एक निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकार थे।

उन्होंने हमेशा समाज की भलाई के लिए काम किया और सच को उजागर करने में कभी पीछे नहीं हटे। उनकी हत्या से पत्रकारिता जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। पत्रकारों ने सरकार से मांग की कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।इस शोक संवेदना सभा में विनय पाण्डेय, राम प्रवेश उपाध्याय, शेषमणि पाण्डेय, अनिशुरह्मान, श्याम उपाध्याय, नवीन त्रिपाठी, अभय पासवान, कैलाश नाथ चौहान, देवेन्द्र शर्मा, निशांत अहमद, रतन कुमार पाण्डेय, पुनीत वर्मा, सलाउद्दीन अंसारी, राजन पटेल, अरविन्द यादव, योगेंद्र पाण्डेय सहित कई पत्रकार उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में राघवेन्द्र वाजपेयी की हत्या की निंदा की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
पत्रकारों ने सरकार से यह भी मांग की कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएं और उन्हें बिना किसी भय के अपना काम करने का माहौल मिले। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को धमकाने और उनकी हत्या करने की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।राघवेन्द्र वाजपेयी ने अपने पत्रकारिता करियर में कई महत्वपूर्ण खबरों को उजागर किया। उन्होंने भ्रष्टाचार, अपराध और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई। उनके निधन से समाज ने एक साहसी और निष्पक्ष आवाज खो दी है।राघवेन्द्र वाजपेयी के परिवार का दुख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
उनके परिवार में उनकी पत्नी और बच्चे हैं। इस दुख की घड़ी में पूरा पत्रकार समुदाय उनके साथ खड़ा है।पत्रकारों ने सरकार से यह भी मांग की कि राघवेन्द्र वाजपेयी के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और उनके बच्चों की शिक्षा का प्रबंध किया जाए। पत्रकारों ने कहा कि वे राघवेन्द्र वाजपेयी को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।राघवेन्द्र वाजपेयी की हत्या से पूरे पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। पत्रकारों ने कहा कि वे राघवेन्द्र वाजपेयी के दिखाए मार्ग पर चलते रहेंगे और सच को उजागर करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।